भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बेहतर और सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। 1 जुलाई, 2025 को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘रेलवन’ (RailOne) नामक एक नए मोबाइल एप्लिकेशन का अनावरण किया है। यह ऐप सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम्स (CRIS) के 40वें स्थापना दिवस के अवसर पर लॉन्च किया गया, और इसे भारतीय रेलवे के डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक “वन-स्टॉप सॉल्यूशन” के रूप में देखा जा रहा है।
क्या है ‘रेलवन’ ऐप?
‘रेलवन’ ऐप भारतीय रेलवे द्वारा पेश किया गया एक “सुपर ऐप” है, जिसका उद्देश्य ट्रेन यात्रा से संबंधित सभी आवश्यक सेवाओं को एक ही मंच पर लाना है। पहले यात्रियों को विभिन्न सेवाओं के लिए अलग-अलग ऐप्स का उपयोग करना पड़ता था, जैसे कि आरक्षित टिकट के लिए IRCTC Rail Connect, अनारक्षित टिकट के लिए UTS, ट्रेन की स्थिति जानने के लिए NTES, और भोजन ऑर्डर करने के लिए Food on Track। ‘रेलवन’ इन सभी सेवाओं को एक साथ जोड़ता है, जिससे यात्रियों को एक सहज और एकीकृत अनुभव मिलता है।
मुख्य विशेषताएं:
* टिकट बुकिंग (आरक्षित और अनारक्षित): यात्री अब एक ही ऐप से आरक्षित और अनारक्षित दोनों तरह के टिकट आसानी से बुक कर सकते हैं।
* लाइव ट्रेन ट्रैकिंग: ट्रेन की वास्तविक समय की स्थिति को ट्रैक करना अब और भी आसान हो गया है।
* पीएनआर स्थिति जांच: अपनी टिकट की पीएनआर स्थिति को तुरंत जांचें।
* यात्रा योजना: यात्रियों को उनकी यात्रा की योजना बनाने में मदद करने के लिए विस्तृत जानकारी उपलब्ध होगी।
* रेल मदद: किसी भी सहायता या शिकायत के लिए सीधे ऐप से संपर्क किया जा सकता है।
* ई-कैटरिंग और अन्य सेवाएं: यात्री ट्रेन में भोजन ऑर्डर कर सकते हैं, पोर्टर बुक कर सकते हैं और यहां तक कि लास्ट-माइल टैक्सी सेवाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।
* सिंगल साइन-ऑन: ऐप में सिंगल साइन-ऑन की सुविधा है, जिससे यात्रियों को कई पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मौजूदा RailConnect और UTS उपयोगकर्ता अपने पुराने क्रेडेंशियल से लॉग इन कर सकते हैं।
* R-Wallet: भारतीय रेलवे का अपना डिजिटल वॉलेट, R-Wallet, सुरक्षित भुगतान के लिए उपलब्ध होगा।

डिजिटल इंडिया की ओर एक कदम:
‘रेलवन’ ऐप का लॉन्च डिजिटल इंडिया पहल के तहत भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह ऐप न केवल यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाता है, बल्कि रेलवे संचालन में पारदर्शिता और दक्षता लाने में भी मदद करेगा। यह भारतीय रेलवे के लाखों दैनिक यात्रियों के लिए यात्रा को अधिक सुगम, स्मार्ट और परेशानी मुक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
भविष्य की योजनाएं:
रेलवे ने यह भी घोषणा की है कि दिसंबर 2025 तक एक पूरी तरह से नया पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) लॉन्च किया जाएगा, जो वर्तमान प्रणाली की तुलना में अधिक कुशल और आधुनिक होगा। साथ ही, जुलाई के अंत तक तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी-आधारित प्रमाणीकरण अनिवार्य हो जाएगा और 1 जुलाई, 2025 से केवल सत्यापित उपयोगकर्ताओं (आधार या डिजिलॉकर के माध्यम से) को ही तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति होगी।
कुल मिलाकर, ‘रेलवन’ ऐप भारतीय रेलवे के डिजिटलीकरण के सफर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो यात्रियों को एक बेहतर और एकीकृत अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार है। यह एक ऐसा ऐप है जो निश्चित रूप से लाखों रेल यात्रियों की रोजमर्रा की यात्रा को आसान बना देगा।