राजस्थान हाई कोर्ट ने हाल ही में क्लास VI कर्मचारी (चपरासी) के 5670 पदों के लिए बंपर भर्ती की घोषणा की है, जो 10वीं पास युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। इस भर्ती में न केवल एक प्रतिष्ठित सरकारी नौकरी पाने का मौका है, बल्कि एक आकर्षक वेतन और भविष्य में तरक्की की संभावना भी है। आइए, इस भर्ती में चपरासी पद के लिए मिलने वाले वेतन और अन्य भत्तों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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प्रोबेशन पीरियड में वेतन: एक सीखने की अवधि
इस भर्ती में चयनित होने वाले सभी उम्मीदवारों को शुरुआत में 2 साल की प्रोबेशन अवधि पर रखा जाएगा। इस दौरान, उन्हें एक निश्चित मासिक पारिश्रमिक दिया जाएगा।
* प्रोबेशन अवधि में मासिक वेतन: ₹12,400/-
यह वेतन एक फिक्स्ड वेतन होता है, जिसमें कोई अतिरिक्त भत्ता शामिल नहीं होता। यह अवधि उम्मीदवारों को उनके पद के कार्य और जिम्मेदारियों को समझने और सीखने का मौका देती है।
स्थायी नियुक्ति के बाद: वेतन और भत्तों की भरमार
2 साल की प्रोबेशन अवधि सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद, चयनित उम्मीदवारों को स्थायी किया जाएगा और उन्हें 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतनमान का लाभ मिलेगा।
* पे मैट्रिक्स लेवल: L-1
* पे स्केल: ₹17,700 – ₹56,200/-
इसका मतलब है कि स्थायी होने के बाद आपका मूल वेतन (Basic Pay) ₹17,700 से शुरू होगा और समय के साथ यह बढ़कर ₹56,200 तक जा सकता है।
वेतन में जुड़ने वाले महत्वपूर्ण भत्ते (Allowances):
मूल वेतन के अलावा, एक चपरासी को कई अन्य सरकारी भत्ते भी मिलते हैं, जो कुल मासिक वेतन को काफी बढ़ा देते हैं। इनमें प्रमुख हैं:
* महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA): यह भत्ता सरकार द्वारा समय-समय पर मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए बढ़ाया जाता है। वर्तमान में, यह मूल वेतन का 55% है।
* मकान किराया भत्ता (House Rent Allowance – HRA): यह भत्ता शहर के अनुसार अलग-अलग होता है।
* अन्य भत्ते: इसके अलावा, यात्रा भत्ता (TA), चिकित्सा भत्ता और अन्य छोटे-मोटे भत्ते भी दिए जाते हैं।

कुल मासिक वेतन (Gross Salary) का अनुमान:
यदि हम इन भत्तों को मूल वेतन में जोड़ दें, तो स्थायी होने के बाद एक चपरासी का कुल मासिक वेतन (ग्रॉस सैलरी) काफी अच्छा होता है।
* उदाहरण के लिए: यदि आपका मूल वेतन ₹17,700 है, तो इसमें 55% महंगाई भत्ता (लगभग ₹9,735) और अन्य भत्ते जुड़कर आपका कुल मासिक वेतन लगभग ₹29,000 से ₹32,000 तक हो सकता है। यह एक अनुमानित आंकड़ा है और इसमें सरकारी नियमों के अनुसार बदलाव हो सकते हैं।
भविष्य में तरक्की के अवसर
राजस्थान हाई कोर्ट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में नियुक्त होने के बाद, आपको भविष्य में पदोन्नति के अवसर भी मिलते हैं। आपकी सेवा और अनुभव के आधार पर, आप उच्च पदों पर पदोन्नत हो सकते हैं, जिससे आपका वेतन और पद का सम्मान दोनों बढ़ेंगे।
निष्कर्ष
राजस्थान हाई कोर्ट की यह चपरासी भर्ती 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए एक बेहतरीन अवसर है। इसमें न केवल एक स्थिर सरकारी नौकरी मिलती है, बल्कि प्रोबेशन के बाद एक आकर्षक वेतन और कई भत्ते भी मिलते हैं। यह वेतन एक उम्मीदवार के लिए आर्थिक सुरक्षा और जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। जो भी उम्मीदवार इस भर्ती के लिए योग्य हैं, उन्हें बिना किसी देरी के आवेदन करना चाहिए और इस सुनहरे मौकेका लाभ उठाना चाहिए।