हाल ही में एलेनबैरी इंडस्ट्रियल गैसेज का आईपीओ निवेशकों के बीच काफी चर्चा का विषय रहा है। 24 जून, 2025 को खुले इस आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 26 जून, 2025 को बंद हो गया। इस दौरान निवेशकों की नजरें कंपनी के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर टिकी रहीं, जो आईपीओ के प्रति बाजार के रुझान को दर्शाता है।
जीएमपी में उतार-चढ़ाव: बाजार का मूड
एलेनबैरी आईपीओ का जीएमपी अपने सब्सक्रिप्शन अवधि के दौरान उतार-चढ़ाव भरा रहा। शुरुआती दिनों में यह प्रीमियम कम था, लेकिन अंतिम दिन इसमें गिरावट देखी गई। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन जीएमपी ₹25-26 था, जो अंतिम दिन घटकर ₹21 हो गया। यह गिरावट संभावित लिस्टिंग गेन में कमी का संकेत दे रही थी, जो लगभग 6% से घटकर 5.2% हो गया।
सब्सक्रिप्शन स्टेटस: निवेशकों का भरोसा
जीएमपी में गिरावट के बावजूद, आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला। सब्सक्रिप्शन के अंतिम दिन दोपहर तक, यह आईपीओ लगभग दो गुना सब्सक्राइब हो चुका था। इसमें रिटेल कैटेगरी में 71%, NII (गैर-संस्थागत निवेशक) कैटेगरी में 353% और QIB (योग्य संस्थागत खरीदार) कैटेगरी में 300% सब्सक्रिप्शन हुआ। यह दिखाता है कि जीएमपी में कमी के बावजूद भी निवेशकों को कंपनी की वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा था।
कंपनी का विवरण और प्राइस बैंड
* कंपनी: एलेनबैरी इंडस्ट्रियल गैसेज भारत की सबसे पुरानी औद्योगिक गैस कंपनियों में से एक है। यह औद्योगिक, मेडिकल और विशेष गैसों का निर्माण और आपूर्ति करती है, जिसमें ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हीलियम, LPG और अन्य गैसें शामिल हैं।
* प्राइस बैंड: कंपनी ने आईपीओ के लिए प्रति शेयर ₹380 से ₹400 का प्राइस बैंड तय किया था।
* लॉट साइज़: एक लॉट में 37 शेयर थे, जिसका मतलब है कि रिटेल निवेशकों को कम से कम ₹14,060 का निवेश करना था।
* इश्यू साइज़: कंपनी ने इस आईपीओ के जरिए कुल ₹852.53 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा था, जिसमें ₹400 करोड़ के नए शेयर और ₹452.53 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल था।

अगले कदम: अलॉटमेंट और लिस्टिंग
निवेशकों के लिए अब अलॉटमेंट और लिस्टिंग की तारीखें महत्वपूर्ण हैं।
* शेयरों का अलॉटमेंट: 27 जून, 2025
* लिस्टिंग: 1 जुलाई, 2025 को BSE और NSE पर।
निष्कर्ष
एलेनबैरी आईपीओ ने निवेशकों को ग्रे मार्केट प्रीमियम में उतार-चढ़ाव का अनुभव कराया, लेकिन कुल मिलाकर इसे अच्छा सब्सक्रिप्शन मिला। जीएमपी में गिरावट लिस्टिंग पर थोड़े कम लाभ का संकेत दे सकती है, लेकिन कंपनी की मजबूत बुनियाद और विस्तृत प्रोडक्ट रेंज निवेशकों के भरोसे का कारण बनी। अब सभी की नजरें 1 जुलाई को होने वाली लिस्टिंग पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि शेयर बाजार में कंपनी का प्रदर्शन कैसा रहता है।