भारतीय शतरंज की युवा प्रतिभा दिव्या देशमुख इन दिनों हिंदी भाषी सोशल मीडिया और समाचारों में छाई हुई हैं। उनकी हालिया उपलब्धियों ने न केवल शतरंज प्रेमियों को बल्कि आम जनता को भी अपनी ओर आकर्षित किया है, जिससे वह ट्रेंडिंग टॉपिक्स में शुमार हो गई हैं।
कौन हैं दिव्या देशमुख?
महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली 19 वर्षीय दिव्या देशमुख एक अंतरराष्ट्रीय शतरंज खिलाड़ी हैं। उन्होंने बेहद कम उम्र में ही शतरंज की बिसात पर अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया था। पांच साल की उम्र से शतरंज खेलना शुरू करने वाली दिव्या ने 2012 में अंडर-7 नेशनल चैंपियनशिप जीती और उसके बाद U-10 और U-12 कैटेगरी में भी वर्ल्ड यूथ टाइटल अपने नाम किए। 2021 में वह भारत की 22वीं महिला ग्रैंडमास्टर बनीं, जो विदर्भ की पहली महिला ग्रैंडमास्टर का भी खिताब है। 2023 में उन्होंने इंटरनेशनल मास्टर का टाइटल भी जीता।
क्यों हैं दिव्या देशमुख ट्रेंडिंग?
divya deshmukh के हाल ही में ट्रेंड में आने के कई कारण हैं, जिनमें सबसे प्रमुख उनकी शानदार जीत और सोशल मीडिया पर उनकी उपस्थिति है:
* विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी को मात: हाल ही में, फिडे विश्व रैपिड एंड ब्लिट्ज टीम चैंपियनशिप में दिव्या ने विश्व की नंबर एक महिला खिलाड़ी चीन की हाउ यिफान को हराकर इतिहास रच दिया। हाउ यिफान को शतरंज जगत में एक अजेय खिलाड़ी माना जाता है, और दिव्या की यह जीत एक बड़ा उलटफेर थी जिसने दुनिया भर का ध्यान खींचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस शानदार जीत के लिए दिव्या को बधाई दी, जिससे उनकी चर्चा और बढ़ गई।
* महिला विश्व कप में धमाकेदार प्रदर्शन: दिव्या ने पहली बार खेलते हुए महिला शतरंज विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। उन्होंने टाईब्रेकर में अपनी हमवतन द्रोणावल्ली हरिका को मात देकर यह उपलब्धि हासिल की। सेमीफाइनल में उनका सामना चीन की तान झोंगयी से होगा। इस टूर्नामेंट में कोनेरू हम्पी के साथ दो भारतीय खिलाड़ियों का सेमीफाइनल में पहुंचना भारतीय शतरंज के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
* सोशल मीडिया पर लोकप्रियता: दिव्या की प्रतिभा, आत्मविश्वास और आकर्षक व्यक्तित्व ने उन्हें सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय बना दिया है। उनकी तस्वीरें और वीडियो, खासकर उनकी ‘खूबसूरत आंखों’ की चर्चा भी हिंदी पट्टी पर काफी हो रही है। उनकी जीत के बाद उनके भावुक होने का एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसने प्रशंसकों को उनके साथ भावनात्मक रूप से जोड़ा।
* युवा आइकन के रूप में उभरना: दिव्या देशमुख आज की युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं। उनकी कम उम्र में हासिल की गई उपलब्धियां और खेल के प्रति उनका समर्पण कई युवाओं को शतरंज जैसे खेल में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है।
आगे क्या?
दिव्या देशमुख भारतीय शतरंज का एक चमकता सितारा हैं, जिनसे भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियों की उम्मीद है। फिडे महिला विश्व कप में उनका प्रदर्शन और आगामी टूर्नामेंटों में उनकी भागीदारी उन्हें लगातार सुर्खियों में रखेगी। भारतीय शतरंज प्रेमियों को उम्मीद है कि दिव्या अपनी आक्रामक शैली और रणनीतिक कौशल से भारत का नाम रोशन करती रहेंगी। उनकी बढ़ती लोकप्रियता यह भी दर्शाती है कि शतरंज जैसे खेलों को भी अब भारत में व्यापक स्तर पर पहचान मिल रही है, और युवा प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना परचम लहरा रही हैं।